रांची : झारखंड की राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र में हुई गैंगरेप की वारदात के बाद पुलिस की टीम ने बेहतर काम किया. एक-एक बिंदु की जांच की और पीड़िता ने हिम्मत दिखायी. इसलिए महज तीन महीने में झारखंड की निर्भया (Nirbhaya) के सभी आरोपियों को कोर्ट ने सजा सुना दी. रांची के प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार की अदालत के फैसले के बाद झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कमल नयन चौबे ने ये बातें कहीं.
कोर्ट के इस फैसले के बाद डीजीपी केएन चौबे ने पुलिस प्रशासन के काम की सराहना की. कहा कि पुलिस ने एफआइआर दर्ज होने के बाद से ही काफी सक्रियता के साथ कार्रवाई की. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने से लेकर कोर्ट में सबूत पेश करने तक में काफी मुस्तैदी दिखायी. यही वजह है कि आज कोर्ट ने दोषियों को इतनी कड़ी सजा दी है.
डीजीपी ने पीड़िता की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि पीड़िता ने काफी हिम्मत का परिचय देते हुए घटना को पुलिस में दर्ज कराया. कानून के अनुसार आरोपियों की पहचान की. उसकी पहचान के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की और सभी आरोपियों को कोर्ट से कड़ी सजा मिल गयी.